सर्वार्थ - सिद्ध -नक्षत्र योग / योग
निचे लिखे वारों में यदि निम्न नक्षत्र - विशेष के आ जाने से " सर्वार्थ - सिद्ध - योग " बनते हैं -
वार --- नक्षत्र
रविवार में - हस्त , मूला , तीनों उत्तरा , पुष्य , अश्विनी
सोमवार में - श्रवण , रोहिणी , मृगशिर , पुष्य , अनुराधा
मंगलवार में - अश्वनी , उत्तराभाद्रपद , कृतिका , आश्लेषा
बुधवार में - रोहिणी , अनुराधा , हस्त , कृतिका , मृगशिर
गुरूवार में - रेवती , अनुराधा , अश्वनी , पुनर्वसु , पुष्य
शुक्रवार में - रेवती , अनुराधा , अश्वनी , श्रवण , पुनर्वसु
शनिवार में - श्रवण , रोहिणी , स्वाति
शीघ्रता में यदि कोई अन्य मुहूर्त न बनता हो तो क्रय - विक्रय , जमीन जायदाद , आवेदन ,रत्न आदि धारण करने में सर्वार्थ - सिद्ध - योग में कार्यारम्भ करके अभिष्ठ सिद्धि कि जा सकती है !