* फूल , फल और पत्ते जैसे उगते हैं , वैसे ही इन्हें चढाना चाहिए . इनका उत्पन्न होते समय मुख ऊपर कि ओर होता है , अतः चढाते समय इनका मुख ऊपर कि ओर ही रखना चाहिए , इनका मुख कदापि नीचे कि ओर न रखें ....
* दूर्वा एवं तुलसी-दल को अपनी ओर ही रखना चाहिए .....
* बिल्व-पत्र को सदैव नीचे कि ओर मुख कर चढाना चाहिए( इससे भिन्न पत्तियों को ऊपर या नीचे कि ओर मुख कर दोनों तरह से चढाया जा सकता है )...
* पुष्प हमेशा दाहिने हाथ कि करतल को उत्तान कर मध्यमा , अनामिका और अंगूठे कि सहायता से फूल चढाना चाहिए ....
** पुष्प उतारने कि विधि **
* चढ़े हुए फूल को अंगूठे और तर्जनी कि सहायता से उतारें .....- आचार्य रंजन , निदेशक " महर्षि भृगु ज्योतिष संस्थान , बेगुसराय "